शुक्रवार, 25 अक्टूबर 2013

बिग्गाजी का मेला भरा

श्रीडूंगरगढ़- लोक देवता वीर बिग्गाजी के जन्म स्थान एवं शीश देवली धाम रीड़ी व धड़ देवली धाम बिग्गा में
दो दिवसीय मेला गुरुवार को पूर्ण हुआ। दोनों ही जगहों पर बुधवार रात को जागरण हुआ। गुरुवार को हवन के बाद धोक लगाई गई। बिग्गाजी के धोक लगाने श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ सहित पंजाब-हरियाणा से श्रद्धालु पैदल व वाहनों से पहुंचे।
रीड़ी में वीर बिग्गाजी नवयुवक मंडल व बिग्गा में वीर बिग्गाजी मानव सेवा संस्थान के कार्यकर्ताओं ने
व्यवस्थाएं संभाली। रीड़ी में गो रक्षा दल द्वारा गो सेवा संबंधी वीडियो प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाया गया। बिग्गा में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बीकानेर के सोमगिरी महाराज थे।

गुरुवार, 10 अक्टूबर 2013

एक शाम वीर बिग्गाजी के नाम भव्य जागरण का आयोजन 16 अक्टुम्बर 2013 को...

एक शाम वीर बिग्गाजी के नाम भव्य जागरण का आयोजन 16 अक्टुम्बर 2013 को....
अत्यन्त हर्ष और उल्लास के साथ सुचित किया जाता है कि लोकदेवता श्री वीर बिग्गाजी का विशाल रात्री जागरण दिनांक 16 अक्टुम्बर शाम को तथा भव्य मेला 17 अक्टुम्बर को हैँ, जिसमे आप सभी सादर आमन्त्रित है......
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निवेदक :- श्री वीर बिग्गाजी मानव सेवा संस्थान (रजि.)
वीर बिग्गाजी का मन्दिर ग्राम-श्री बिग्गा ,तह.-श्री डूँगरगढ (बीकानेर)

मंगलवार, 8 अक्टूबर 2013

श्री वीर बिग्गाजी महाराज का मेला 16 को..

श्री वीर बिग्गाजी महाराज का मेला 16 को..
आप सभी मेले में सादर आमंत्रित है ..
बाड़मेर- श्री वीर बिग्गा जी महाराज का मेला 16 अक्टूबर को शीश मंदिर रीड़ी एव धड़ मंदिर रोही बिग्गा श्री डूंगरगढ़ में आयोजित होगा. पश्चिमी भारत के लोक देवता श्री वीर बिग्गाजी महाराज के मेले की तैयारियां जोरों पर चल रही है. श्री वीर बिग्गाजी महाराज के मेले में 16 अक्टूबर की रात्रि में भव्य भजन संध्या आयोजित होगी, जिसमें भारी संख्या में भक्त मेले में शिरकत करेंगे ..

शनिवार, 5 अक्टूबर 2013

राजनितिक शख्शियत - बाड़मेर जैसलमेर के संसद रहे रामनिवास मिर्धा

जीवन परिचय : कांग्रेस के कद्दावर नेता रामनिवास मिर्धा इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की सरकारों में वर्षो तक विभिन्न मंत्रालयों में मंत्री रहे। उनका जन्म 24 अगस्त 1924 को नागौर जिले के कुचेरा ग्राम में तत्कालीन जोधपुर रियासत के पुलिस महानिरीक्षक बलदेवराम मिर्धा के यहां हुआ। उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से
राजनीति विज्ञान में एमए तथा लखनऊ विश्वविद्यालय से विधि स्त्रातक किया। मिर्धा ने कुछ दिनों तक जिनेवा में भी अध्ययन किया। मिर्धा राजस्थान प्रशासनिक सेवा के भी अधिकारी रहे।


राजनीतिक परिचय : मिर्धा ने 1953 में राज्य सेवा से इस्तीफा दिया और जायल क्षेत्र से उपचुनाव में कांग्रेस टिकट पर विधायक चुने गए। वो 13 नवम्बर 1954 से मार्च 1957 तक सुखाडिया मंत्रिमंडल में कृषि, सिंचाई और परिवहन आदि विभागों में मंत्री रहे। 1957 के चुनाव में वो लाडनूं और 1962 में नागौर से फिर विधायक चुने
गए।
मिर्धा लगातार 25 मार्च 1957 से 2 मई 1967 तक राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष रहे। 1970 में पहली बार इंदिरा गांधी की सरकार में गृहराज्य मंत्री नियुक्त हुए और 1977 तक आपूर्ति एवं पुनर्वास राज्यमंत्री रहे। 1977 से 80 तक राज्यसभा के उपाध्यक्ष रहे। मिर्धा ने 1983 में सिंचाई राज्य मंत्री और 1984 में विदेश राज्यमंत्री का पद ग्रहण किया।
राजीव गांधी सरकार में उन्होंने केबिनेट मंत्री के रूप में पदोन्नत होकर वस्त्र मंत्रालय का भी कार्यभार
संभाला। दिसंबर 1984 में मिर्धा ने पहली बार नागौर से लोकसभा चुनाव लडा और नाथूराम
मिर्धा को पराजित किया। उसके बाद वो 1991 के मध्यावधि चुनाव में बाडमेर लोकसभा क्षेत्र से भी चुने
गए। मिर्धा कई सालों तक राजस्थान ललित कला अकादमी के अध्यक्ष भी रहे।