रविवार, 17 मार्च 2013

हिन्दु धर्म के संरक्षक और महान गौ रक्षक वीर बिग्गाजी महाराज

राजस्थान के वर्तमान बीकानेर जिले मेँ स्थित गाँव बिग्गा व रिङी मेँ जाखङ जाटोँ का भोमिचारा था । ओर लम्बे समय तक जाखङोँ का इन पर अधिकार बना रहा ।
बिग्गा जी का जन्म विक्रम संवत 1358 (1301) मेँ रिङी मेँ हुआ,  हिन्दु धर्म के संरक्षक और महान गौ रक्षक बिग्गाजी ने बैसाख सुदी तीज को 1336 ईँ. मेँ गायो कि रक्षा के लिये अपने प्राण दांव पर लगा दिये

वीर  बिग्गाजी 1336 ई. मेँ अपने ससुराल मेँ साले की शादी मेँ गये तब सुबह खाने के समय कुछ औरतेँ आई ओर बिग्गाजी से सहायता की गुहार कि यहाँ के राठ मुसलमानोँ ने हमारी सारी गायोँ को छिन लिया वे उनको लेकर जंगल की ओर जा रहे हैँ । इस बात पर बिग्गाजी का खून खोल उठा ओर घोङी पर सवार होकर युध्द के लिये रवाना हो गये..
 लुटेरे संख्या मेँ अधिक थे पर वे बिग्गाजी के सामने टिक नहीँ सके । युध्द मेँ राठोँ को पराजित कर सारी गायेँ वापस ले ली थी लेकिन एक बछङे के पीछे रह जाने के कारण ज्योँही बिग्गाजी वापस मुङे तब एक राठे ने
धोखे से आकर पीछे से बिग्गाजी का सर धङ से अलग कर दिया । सर धङ से अलग होने के बाद
भी अपना काम कर रहा था ओर सब राठोँ को मार दिया था ।
देह के आदेश पर गायेँ ओर घोङी वापस अपने मूल स्थान की ओर चल पङे ।
घोङी बिग्गाजी का शीश लेकर जाखङ राज्य की ओर चल पङी । जब घोङी अपने मुंह मेँ बिग्गाजी का शीश दबाये
जाखङ राज्य की राजधानी रिङी पहुँची तो उस घोङी को बिग्गाजी की माता ने देख लिया तथा घोङी को अभिशाप दिया की जो घोङी अपने मालिक सवार का शीश कटवा देती है तो उसका मुंह नहीँ देखना चाहिए । कुदरत का खेल कि घोङी ने यह बात सुनी तो वह वापस दौङने लगी पहरेदारोँ ने दरवाजा बंद कर दिया तो घोङी ने छलांग लगाई ओर किले कि दीवार को फांद लिया,  किले के बाहर बनी खाई मेँ उस घोङी के मुंह से बिग्गाजी का शीश छुट गया जहां आज शीश देवल बना है ।
बिग्गाजी के शहीद होने का समाचार उनकी बहिन हरिया को मिला तो वह भी सती हो गयी ।
जब घोङी बिग्गाजी का धङ ला रही तो उस समय जाखङ कि राजधानी रिङी से 5 कोस दुरी पर थी ।
घोङी को देखकर वहां कि गायेँ बिदक गयी ग्वालोँ ने गायोँ को रोकने का प्रयास किया तो उनमेँ से एक गाय
घोङी से टकरा गयी तथा खून का छिँटा उछला । उसी स्थान पर बसाया गया गाँव का नाम  बिग्गा रखा गया ।
यह गाँव आज भी आबाद हे तथा इसमेँ अधिक संख्या जाखङ जाटोँ की है ।

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